धनतेरस का अर्थ केवल ‘धन’ नहीं बल्कि ‘ध्यान’ भी है — ध्यान उस पर जो हमारे जीवन को सार्थक बनाता है। यह त्योहार हमें यह सोचने पर मजबूर करता है कि समृद्धि का असली अर्थ क्या है। अगर घर में प्रेम है, परिवार में एकता है, मन में शांति है, और समाज में करुणा है—तो यही सब...
भारत की सांस्कृतिक धारा में नवरात्रि का पर्व एक विशेष स्थान रखता है। जहाँ पूर्वी भारत में दुर्गा पूजा का भव्य आयोजन होता है, वहीं दक्षिण भारत में यह उत्सव अपनी आध्यात्मिक गहराई, कलात्मक परंपराओं और सामुदायिक सहभागिता के कारण विशेष रूप से मनमोहक है। नवरात्रि का पर्व पू...
हरितालिका तीज भारतीय संस्कृति का ऐसा पर्व है, जिसके नाम में ‘हरित’ का आशय भगवान शिव से और ‘आलिका’ का अर्थ सखी से है। पौराणिक कथा के अनुसार, माता पार्वती ने अपनी सखियों की सहायता से हिमालय पर्वत पर भगवान शिव को पति रूप में प्राप्त करने के लिए कठ...
मैं एक दक्षिण भारतीय ब्राह्मण परिवार में जन्म लिया और मेरा जन्मस्थान जयपुर, राजस्थान है। जहाँ एक ओर मैंने उत्तर भारत की रक्षाबंधन की जीवंत परंपरा को महसूस किया, वहीं बचपन से ही मैंने अपने घर में दक्षिण भारत की वैदिक परंपराओं को भी आत्मसात होते देखा। यह सांस्कृतिक...
भारतीय संस्कृति एवं हिंदू धर्म के अनुसार भाई-बहन के प्रेम एवं निश्छल स्नेह को समर्पित तीन तिथियाँ होती हैं—रक्षाबंधन, दीपावली की दूज (यम द्वितीया) एवं होली की भाई दूज। इन तीनों तिथियों का मूल उद्देश्य भाई-बहन के प्रेम को स्थायित्व देना है। हम सभी इस बात से परिचि...
सतुयग से कलियुग यानि आज तक वसंत ऋतु में सभी सनातन धर्मावलम्बी बच्चे-बूढ़े, सब कुछ संकोच और रूढ़ियाँ भूलकर ढोलक-झाँझ-मंजीरों की धुन के साथ नृत्य-संगीत व रंगों में डूब जो त्योहार पूरे उमंग, जोश व उल्लास के साथ मनाते हैं उसी महत्वपूर्ण भारतीय त्योहार का नाम है "होली&ldqu...
सिंदूर खेला एक खास बंगाली परंपरा है जो दुर्गा पूजा के अंतिम दिन, विजयादशमी को मनाई जाती है। इस रस्म में विवाहित महिलाएं दुर्गा माँ की विदाई से पहले एक-दूसरे को सिंदूर लगाकर इस शुभ अवसर का जश्न मनाती हैं। यह परंपरा सौभाग्य, समृद्धि, और देवी दुर्गा से आशीर्वाद प्राप्त क...
दीपावली भारत का सबसे बड़ा त्यौहार है। यह हमारी अनूठी संस्कृति का एक महत्वपूर्ण भाग है। यह त्यौहार है - अंधकार पर प्रकाश की विजय, अज्ञान पर ज्ञान की विजय और बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक एवं हर्षोल्लास से उत्सव मनाने का अवसर।
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सांझी माता का पर्व भाद्रपद की पूर्णिमा से लेकर अश्विन मास की अमावस्या तक मनाया जाता है। यह पर्व विशेषकर कुंवारी कन्याओं का होता है और पूरे पितृपक्ष के 16 दिनों तक चलता है। सांझी माता का पर्व विशेष रूप से ब्रज क्षेत्र, राजस्थान, बुंदेलखंड, गुजरात, मालवा, और निमाड़ में म...
दुर्गा पूजा, भारत के एक प्रमुख त्योहारों में से एक है, जिसे देशभर में पूरे उत्साह और भव्यता के साथ मनाया जाता है। यह पर्व विशेष रूप से पश्चिम बंगाल में अत्यधिक महत्वपूर्ण है, इसके अलावा ओडिशा, बिहार, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों में भी इसे बड़े धूमधाम से...
हिन्दू धर्म में अनेक त्यौहार हैं, जिन्हें भक्त, पूरे श्रद्धाभाव के साथ मनाते हैं। हर एक त्यौहार को मनाने एवं पूजने की विधि अलग होती है, जिसका नियमानुसार पालनकर, भक्त उस त्यौहार को संपन्न करते हैं। इन्हीं में से एक त्यौहार है, करवा चौथ। हिन्दू धर्म में करवा चौथ व्रत का...
धनतेरस कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन मनाया जाता है इस दिन अर्थात धनतेरस को भगवान धन्वंतरी का जन्म हुआ था इसलिए इस तिथि को “धनतेरस अथवा धनत्रयोदशी” के नाम से भी जाना जाता है। भगवान धन्वंतरी के जन्मदिवस होने के कारण भारत सरकार ने इसे "राष...
