Bhartiya Parmapara

जीवन में सत्य, धन और आत्मनियंत्रण की प्रेरणा

ज़िन्दगी में हर चीज़ के दो पहलू होते हैं, जैसे- सच और झूठ, सुबह और शाम, मिलन और जुदाई, आशा और निराशा..

सच, सच में होता है, परन्तु झूठ को बनाया जाता है, जब मनुष्य अपने बनाए झूठ को छोड़ता है तो सत्य अपने आप सामने आ जाता है..

मानवीय सद्गुण की आज बड़ी जरूरत | विनम्रता की...

आज जब समाज में संवेदनशीलता खत्म हो रही है मानवीय सदगुणों की बड़ी जरूरत महसूस की जा रही है। विनम्रता ऐसा सद्गुण है जो न तो कमजोरी है न ही झुकाव का प्रतीक बल्कि यह वह आंतरिक शक्ति है जिससे व्यक्ति दूसरों को जोड़ता है। इस गुण में टूटे हुए मनुष्य को जोड़ने की भी अद्भुत शक...

जीवन में निर्णय का महत्व

जीवन में निर्णय लेना अत्यंत महत्वपूर्ण है। निर्णय करना या निर्णय ले पाना हमें शक्ति देता है और ज़िम्मेदारी लेने का अहसास जगाता है। हर दिन कोई रोमांचकारी घटनाएँ नहीं होतीं, हमारा जीवन सामान्य सा होता है, लेकिन यदि हम उस पर ध्यान न दें तो यह और भी अति सामान्य हो जाता है...

चलिष्याम निरंतर | जोखिम, परिवर्तन और सफलता का...

आज प्रतिस्पर्धा का दौर हैं और समय ने तेज़ी से करवट बदली है। प्रतिस्पर्धा के चौड़े मैदान में आगे की राह उसी को मिलती हैं जो निरंतर चलना जानता है। ठहराव का विकल्प लक्ष्य को ओझल कर देता है। लेकिन इस मार्ग चलना आसान नहीं है क्योंकि यह बड़ा कंटीला है।

जीवन में सफलता के लिए धैर्य का महत्व

जीवन में सफलता के लिए धैर्य बहुत जरूरी

बचपन और विद्यार्थी जीवन परीक्षा के असल मुकाम है जब उसे कसौटी बड़ी सख्ती से कसती है। यही वह समय होता है जो भविष्य तय करता है।

सफलता का फार्मूला: अभ्यास और जीवन मूल्य

सफलता का सीधा सा फार्मूला है, गुणवत्ता प्लस अभ्यास, अर्थात सफलता के लिए गुणों के साथ-साथ अभ्यास करना भी बेहद ज़रूरी है। प्रतिभा जन्म जात भी होती है और इसे अर्जित भी किया जा सकता है, लेकिन सफलता के लिए जिस निरंतरता की आवश्यकता होती है, उसे केवल अभ्यास से ही हासिल किया...

कम्फर्ट ज़ोन से बाहर निकलें और अपनी असली क्षम...

सामान्यतया हम स्वयं को अपने जैसे लोगों, अपने जैसी रुचियों, आदतों और शौक वाले व्यक्तियों से घेरे रहते हैं, क्योंकि इससे हमें सुरक्षा का अहसास होता है। जबकि, जीवन को समृद्ध बनाने वाले अनुभव कभी भी अपने सुखद क्षेत्र (कम्फर्ट जोन) में नहीं मिलते, उसके लिए हमें खुद को आगे...

आंतरिक और बाहरी दुनिया — ध्यान से आत्म नियंत्...

दो तरह की दुनिया होती है, एक बाहरी दुनिया और एक आंतरिक दुनिया। परिस्थितियाँ, लोग, शारीरिक स्वास्थ्य इत्यादि बाहरी दुनिया है, विचार, भावनाएँ आदि आंतरिक दुनिया है। एक "भाव" है, तो दूसरी "भावना" है, बाहर की दुनिया तो हम सब देखते हैं, लेकिन हमें देखना है कि हमारी आंत...

धर्म - धारण करना

धर्म शब्द "धृ" धातु से बना है, जिसका अर्थ होता है "धारण करना" यानी जो धारण किया जाए वह "धर्म" है। "धारण" करने से यहां अर्थ है, जीवन में धारण करना या जिस पर हमारा जीवन आधारित हो, वही हमारा "धर्म" है।

दूसरे शब्दों में कह सकते हैं कि...

जीवन में सत्संग बहुत जरूरी है

जिस तरह व्यापार के बही खातों के लिए एक मुनीम अर्थात अकाउंटेंट जरूरी होता है उसी तरह जीवन के लिए सत्संग भी अत्यंत आवश्यक है।

सेठजी पूरा विश्वास करते हुए अपने विश्वास पात्र मुनीम को अपने व्यवसाय का आर्थिक संतुलन उसके हाथों में सौंप द...

आलस्य (Laziness)

एक आलस्य वह होता है, जिसमें शरीर आराम ढूंढ़ता है और कोई भी शारीरिक क्रिया करने से शरीर इन्कार कर देता है...और, एक आलस्य दिमाग से होता है, जो सुस्त और ऊबा हुआ महसूस कराता है।

हमारे दिमाग ने अगर एक बार सोच लिया कि "मुझे कुछ समझ नहीं...

कृतज्ञता

"कृतज्ञता" एक सकारात्मक भावना है और यह तब पैदा होती है, जब हम यह स्वीकारते हैं कि ज़िन्दगी में अच्छाई है। 
जब हम यह भरोसा करते हैं, कि जीवन में अच्छाई पाने में हमें किसी व्यक्ति या अदृश्य शक्ति ने मदद की है, तब हम "कृतज्ञता" के भाव से भर जाते हैं।
यानी, जब...

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