Bhartiya Parmapara

योग रखे निरोग

योग का सबसे पहले उल्लेख ऋग्वेद में किया गया है, जो पांचवीं या छठी शताब्दी ईसा पूर्व के आसपास शुरू हुआ था। भारतीय प्राचीन ग्रंथों – भागवत गीता, उपनिषद, योग वशिष्ठ, हठ योग प्रदीपिका, गेरांडा संहिता, शिव संहिता, पुराण आदि में भी इसका जिक्र किया है। योग का जनक &lsqu...

भारतीय योग पद्धति अपनाएं, जीवन को खुशहाल बनाए...

मानसिक तनाव अर्थात हताशा और संघर्ष की एक ऐसी परिस्थिति जो व्यक्ति की शारीरिक और मानसिक शक्ति के ऊपर विपरीत असर करती है। मानसिक तनाव अर्थात चिंता, हताशा, मायूसी, घबराहट, बेचैनी और उन्माद की एक ऐसी स्थिति जो व्यक्ति के शारीरिक और मानसिक संतुलन पर घातक असर करती है। व्यक्ति जब निरंतर मानसिक तनाव का अ...

योग का वर्गीकरण

योग रोगमुक्त जीवन जीने की एक कला है। योग का मुख्य उद्देश्य मन की परम शांति प्राप्त करना है, जिसके लिए आत्मा, शरीर और मन को एकजुट करना होता है। योग करने से तन, मन और आत्मा की क्षमता कई गुना बढ़ जाती है। मनुष्य शरीर स्वस्थ और शक्तिवान तो होता ही है साथ ही मन और मस्तिष्क...

सूर्य नमस्कार | सूर्य नमस्कार का अभ्यास करने...

सूर्य नमस्कार सूर्य को सम्मान देने की एक प्राचीन तकनीक है। यह एक बहुमूल्य योगाभ्यास है जिसमें योगासन और प्राणायाम दोनों शामिल हैं। वेदों में सूर्य को मनुष्य के रूप में ऊर्जा और शक्ति देने के लिए भगवान के रूप में माना जाता है। आप दिन में किसी भी समय सूर्य नमस्कार कर सक...

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