दिसंबर की हवा में घुली है सर्दी की थरथराहट,
सर्दी में गरम मक्की की राब—मन को दे राहत।
कोहरे की चादर ओढ़े सुबहें सपनों-सी लगती हैं,
सर्दियों के मौसम में प्रकृति नई कहानी कहती है।
अंक-52, नवंबर 2025
दीपों से जगमग काशी, तुलसी विवाह का शृंगार,
भक्ति में डूबा नवम्बर, मन में छाए उत्सव अपार।
देव दिवाली लाए उजियारा, मंगलमय हर क्षणामी,
विवाह पंचमी रचाए लीला, श्रीराम–सीता के नामी।
अंक-51, अक्टूबर 2025
शरद पूर्णिमा का चाँद, अमृत छलकाता,
उल्लास भरा माहौल, दीपावली लाता।
दीयों की पंक्ति से हर घर जगमग हो जाता,
सूर्य को नमन करते, छठ पूजा का व्रत आता।
अंक-50, सितम्बर 2025
गणपति विसर्जन संग भक्तिभाव का समर्पण,
श्रद्धा से श्राद्ध में करते हैं हम पितरों का वंदन।
नवरात्रि में माँ जगत-जननी का होता है आह्वान,
भक्ति, संस्कार और परंपरा का है संगम महान।
अंक-49, अगस्त 2025
अगस्त माह में है त्यौहारों का संगम,
रक्षाबंधन, तीज का श्रृंगार और श्रीकृष्ण का जन्मदिन।
गणपति बाप्पा मोरया का गूंजे हर जगह नाम,
स्वतंत्रता दिवस पर लहराए तिरंगा हर आँगन।
अंक-47, जून 2025
वट सावित्री व्रत में नारी शक्ति का गान करें,
गुप्त नवरात्रि में साधना से जीवन को महान करें।
रथ यात्रा में श्रद्धा से खींचे प्रभु का रथ महान,
पर्यावरण संरक्षण हो हमारा सच्चा अभियान।
अंक-46, मई 2025
पहलगाम की वादी लहू से भीग गई,
कई माँओं की गोद आज सूनी हो गई।
धरती माँ ने गोद में समेटे अपने वीर सपूत,
माँ ने टूटे मन से दी बेटे को अंतिम विदाई।
अंक-45, अप्रैल 2025
राम नवमी का शुभ संदेश, श्रीराम का हो नाम,
महावीर स्वामी की सीखें, सत्य-अहिंसा का सम्मान।
हनुमान जन्मोत्सव एवं अक्षय तृतीया की ज्योति अपार,
पृथ्वी को बचाने का संकल्प ले, करें प्रकृति का सत्कार।
अंक-44, मार्च 2025
रंगों की बौछार है, आई होली प्यारी,
शीतला सप्तमी दे, सेहत खुशहाली सारी।
गुड़ी पड़वा, उगादी लाए नव वर्ष की बहार,
गणगौर में सजे गौरी-शंकर, प्रेम रहे अपार।
अंक-43, फरवरी 2025
महाकुंभ का पुण्य स्नान, शिवरात्रि का पावन ज्ञान,
धर्म, भक्ति और संगम का पर्व, शिव का मंगल आह्वान।
सदियों से चलती ये धारा, आस्था का अनुपम आधार,
हर हर महादेव की जयकार, भारतीय संस्कृति का अभिमान।
अंक-42, जनवरी 2025
नव वर्ष का शुभ आगमन हो,
जीवन में नई उमंग हो।
मकर संक्रांति की पतंग संग,
खुशियों की उड़ान अनंत हो।
अंक-41, नवंबर 2024
धरा पे आई रौशनी की बहार,
अन्नकूट की खुशबू और मिठास
भाई दूज पर स्नेह का अटूट बंधन,
पूरी हो जीवन में हर एक आस।


