Bhartiya Parmapara

दिवाली - रामा सामा

'दीपावली' उत्साह और ऊर्जा से भरा, असंख्य दियो का खुशियों भरा त्योहार है। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की अमावस्या को आने वाला यह त्योहार भारत में बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है। धनतेरस, रूप चौदस, दिवाली, गोवर्धन पूजा और भाई दूज ऐसे पांच दिनों तक चलने वाले इस त्योहार की...

गोवर्धन पूजा क्यो करते हैं ? | अन्नकूट का त्य...

अन्नकूट या गोवर्धन पूजा दिवाली के पांच दिनों तक मनाए जाने वाले त्योहारों का ही एक हिस्सा है। दीपावली के अगले दिन कार्तिक शुक्ल पक्ष की प्रथम तिथि को अन्नकूट (Annakoot or Annakut) और गोवर्धन पूजा (Govardhan Puja 2018) का त्योहार मनाया जाता है। पौराणिक कथानुसार यह पर्व...

भाई दूज | जानें, कैसे शुरू हुई भाई दूज मनाने...

दीपावली के बाद गोवर्धन पूजन और उसके बाद भाई दूज का त्योहार मनाया जाता है। इसी दिन से दीपावली के 5 दिनों तक चलने वाले त्योहार का समापन होता है। भाई दूज का त्योहार भाई और बहन के प्यार और स्नेह को दर्शाता और व दोनों का रिश्ता सुदृढ़ करता है। हिन्दू धर्म में भाई-बहन के स्...

दीपावली पर किये जाने वाले उपाय | दीवाली पूजा...

दीपावली एवं धनतेरस को धन की देवी माँ लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करते हैं जिससे माँ लक्ष्मी धन में वृद्धि का आशीर्वाद देती है। शास्त्रों में बताए उपायों की अपनाकर माँ का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते है।  

❀ दीपावली के दिन आप एक नई झाडू...

दीपावली क्यों मनाते हैं? - जानें इसका महत्व औ...

रोशनी का यह त्योहार दीपावली भारत के सबसे बड़े त्योहारों में से एक है जो अंधकार पर प्रकाश की विजय और समाज में उल्लास, भाई-चारे व प्रेम का संदेश फैलाता है। दीपावली (दीप + आवली) शब्द की उत्पत्ति संस्कृत के दो शब्दों 'दीप' अर्थात 'दिया' व 'आवली' अर्थात 'रेखा' या 'श्रृंखला...

दीपावली पूजन विधि और पूजा सामग्री | लक्ष्मी प...

भारत में दीपावली का त्योहार बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। दीपावली के दिन विधि पूर्वक धन की देवी माँ लक्ष्मी की पूजा होती है। इसके साथ ही इस दिन भगवान विष्णु, गणेश जी, यमराज, चित्रगुप्त, कुबेर, भैरव, हनुमानजी, कुल देवता व पितरों का भी श्रद्धा पूर्वक पूजना चाहिए। महालक्ष्...

जानें क्यों मनाया जाता है धनतेरस का त्योहार ?...

कौन है धनतेरस के देवता भगवान धन्वंतरि? दिवाली से दो दिन पहले धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है, आइए जानें इसके पीछे की कथा.. कार्तिक माह (पूर्णिमान्त) के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन समुद्र-मंन्थन के समय भगवान धन्वन्तरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे, इसलिए इस तिथि को...

अहोई अष्टमी का महत्व, अहोई अष्टमी की पूजा विध...

कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को अहोई अष्टमी का व्रत रखा जाता है इसलिए इसे अहोई अष्टमी के नाम से जाना जाता है। अहोई अष्टमी  के दिन अहोई माता की पूजा की जाती है। जहां करवा चौथ का व्रत महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए रखती हैं तो वहीं अहोई अष्टमी का...

करवा चौथ व्रत | छलनी में क्यों देखा जाता है च...

आखिर क्यों मनाया जाता है करवा चौथ का त्योहार, जानिए छलनी में क्यों देखा जाता है चाँद और पति का चेहरा? सरगी क्यों और कब खायी जाती है ? सावित्री के त्याग और फल से ही शुरू हुई थी करवाचौथ व्रत की प्रथा, अन्न जल त्याग यमराज से पति (सत्यवान) के प्राण वापस लाई थी। तभी से सभी...

कार्तिक माह स्नान का महत्व | जाने कार्तिक माह...

कार्तिक माह को काती भी कहते है, इसमें कृतिका नक्षत्र होने के कारण इस माह का नाम कार्तिक माह पड़ा। शरद पूर्णिमा से कार्तिक माह व्रत शुरू होता है जो कार्तिक पूर्णिमा पर समाप्त होता है। इस माह में जितेन्द्रिय रह क्र प्रतिदिन स्नान करके और एक ही समय भोजन करते है तो समस्त...

शरद पूर्णिमा व्रत कथा | शरद पूर्णिमा की पूजा...

आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा कहा जाता है। पुराणों के अनुसार देवी लक्ष्मी इसी पूर्णिमा तिथि को समुद्र मंथन से उपन्न हुई थीं। इसीलिए शरद पूर्णिमा की रात का हिंदू धर्म में अपना विशेष महत्व है। ज्योतिषियों के अनुसार सम्पूर्ण वर्ष में केवल इस रात मे...

शरद पूर्णिमा | शरद पूर्णिमा का महत्व

 हिंदू धर्म में शरद पूर्णिमा का विशेष महत्व है। इस दिन चंद्रमा की किरणों से अमृत बरसता है, जिससे स्वास्थ्य और समृद्धि में वृद्धि होती है। इस पर्व को कोजागरी पूर्णिमा भी कहा जाता है, जिसमें माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है। देवी और देवताओं को सबसे ज्यादा प्रिय पुष्...

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