Bhartiya Parmapara

गणपति बप्पा मोरया | जाने गणेश जी को "गणपति बप...

गणपति बप्पा से जुड़े इस मोरया नाम के पीछे एक गणेश भक्त ही है। चौदहवीं सदी में पुणे के पास चिंचवड़ में मोरया गोसावी नाम के प्रसिद्ध गणेश भक्त रहते थे। चिंचवड़ में इन्होंने कठोर गणेश साधना की और जीवित समाधि ली थी। तभी से यहां का गणेश मन्दिर देश भर में विख्यात हुआ और गणे...

गणेश उत्सव क्यों मनाते है - Why Celebrate Gan...

बहुत पहले की बात है जब सृष्टि की शुरुआत हुई थी तब यह सवाल उठा कि प्रथम पूजनीय किसे माना जाये? सभी देवगण भगवान शिव के पास गए और इस समस्या के लिए सुझाव माँगा तब शिव जी ने कहा कि जो भी देव पृथ्वी की परिक्रमा पूरी करके सबसे पहले आएगा वो प्रथम पूजनीय होगा |

हरतालिका व्रत का महत्व | हरतालिका व्रत क्यों...

यह व्रत भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को हस्त नक्षत्र के दिन आता है। इस दिन सुहागने और कुंवारी लड़किया गौरी-शंकर की पूजा करती हैं। मान्यता है कि हरतालिका तीज का व्रत सुहागिन महिलाएं अपने पति की दीर्घायु के लिए निर्जला व्रत रखती हैं और कुंवारी लड़कियों को मनचाहे...

पर्युषण पर्व | जैन समाज का पर्युषण पर्व क्यों...

दुनिया के सबसे प्राचीन धर्मो मे से एक जैन धर्म भी है जिसको श्रमणों का धर्म भी कहते है। जैन धर्म के प्रथम संस्थापक ऋषभ देव जी है, जो भारत के चक्रवर्ती सम्राट भरत के पिता थे। जैन धर्म में अब तक कुल 24 तीर्थंकर हुए हैं। जैन संस्कृति में जितने भी पर्व मनाए जाते हैं, उन सब...

महाराष्ट्र की महालक्ष्मी

महाराष्ट्रियन महिलाओं के लिए गणपति के दिनो में आनेवाला एक और महाउत्सव है वो है ‘महालक्ष्मी’! कहते है महालक्ष्मी ने महिलाओं के सुहाग की रक्षा करने के लिए असुरों का नाश किया था। इसीलिए उनको‘सुहागिन के सौभाग्य’ (सावशन्यांच्या सौभाग्याची) की गौरी भ...

रक्षाबंधन | राखी त्योहार के पीछे क्या तर्क है...

राखी के त्योहार को लेकर अपनी बहुत सारी कथाये सुनी होंगी, भगवन कृष्ण और द्रोपदी की, इन्द्र देव, लक्ष्मी माँ और राजा बलि की, इतिहास में भी सिकंदर और राजा पुरु, रानी कर्णावती और सम्राट हुमायु और भी बहुत सारी, सभी कथाओं का अपना अपना महत्व भी है। इन सभी कथाओं का सार यही नि...

देवी राधा का जन्मदिन | राधाष्टमी की पूजा विधि

राधाष्टमी यानी देवी राधा का जन्मदिन यह हर साल भाद्र शुक्ल अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन देवी राधा के जन्म स्थल बरसाना सहित पूरे ब्रजभूमि में उत्सव मनाया जाता है। लेकिन देश के दूसरे भागों में भी श्रद्धालु इस दिन व्रत और उपवास रखते हैं।

मारबत - नागपुर का मारबत पर्व

महाराष्ट्र में नागपुर शहर में तान्हा पोला के दिन मारबत निकलती है। मारबत याने बहोत बड़ा देविका रूप। यह त्योहार बुरी ताकतों और बीमारियों को दूर रखने के लिए स्थानीय लोगों द्वारा मनाया जाता है। ऐसी मान्यता है कि शहर पर आनेवाला संकट, बीमारियाँ, बुरी ताकदो, शत्रुता सब को मा...

पोला-पिठोरा (पोळा) - किसानों का प्रमुख त्योहा...

भारत जैसे कृषि प्रधान देश में बैलो को देवता तुल्य माना गया है। इसलिए बैलो का सम्मान करने के लिए यह पोला-पिठोरा त्योहार मनाया जाता है। जो हमारी मदद करते है उनके प्रति आभार प्रकट करना हमारी संस्कृति सिखाती है। महाराष्ट्र में पोळा या बैलपोला श्रावण अमावस्या को मनाया जाने...

गुप्त नवरात्रि क्यों मनाते है ? | गुप्त नवरात...

हिंदू धर्म में नवरात्रि त्योहार का विशेष महत्व होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार गुप्त नवरात्रि का भी विशेष महत्व जिसे तंत्र-मंत्र को सिद्ध करने वाली मानी गई है। गुप्त नवरात्रि के नौ दिन तक माँ दुर्गा की विधि-विधान से पूजा की जाती है। गुप्त नवरात्रि में सात्विक और...

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