Bhartiya Parmapara

बसंत पंचमी क्यों मनाते है ? | बसंत पंचमी का म...

विद्या की देवी सरस्वती के जन्मदिवस के रूप में बसंत पंचमी का त्योहार मनाया जाता है जो बसंत ऋतु के आगमन का भी प्रतीक है। प्राचीन भारत में पूरे साल को जिन छह मौसमों में बाँटा गया है उनमें वसंत ऋतु सभी लोगों का मनचाहा मौसम है। इस मौसम में फूलों पर बहार आती है, खेतों में स...

तिल चौथ | वक्रतुण्डी चतुर्थी | तिलकुटा चौथ व्...

एक बार माँ पार्वती ने श्री गणेश से पूछा, हे पुत्र! माघ बदी चौथ जिसे तिल चौथ, माही चौथ और संकट चौथ भी कहा जाता है के व्रत का विधान क्या है और इस चौथ का नाम तिल चौथ क्यों हुवा? तब रिद्धि सिद्धि के दाता गजानन ने बताया कि इस व्रत को करने से समस्त बाधाये दूर होती है साथ ही संतान की प्राप्ति के लिए तिल...

मकर संक्रांति पर्व

सूर्य का एक राशि से दूसरी राशि में संक्रमण करना (प्रवेश करना) संक्रांति कहलाता है, मकर संक्रांति के माध्यम से भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति की झलक विविध रूपों में देखी जा सकती है। जब सूर्य पौष माह से धनु राशि को छोड़ मकर राशि में प्रवेश करता है तब मकर-संक्रांति होती है।...

नरक चतुर्दशी, काली चौदस, रूप चौदस, छोटी दीवाल...

हिंदू कैलेंडर के कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी (चौदहवें दिन) पर होती है। यह दीपावली के पांच दिवसीय महोत्सव का दूसरा दिन है। नरक चतुर्दशी को काली चौदस, रूप चौदस, छोटी दीवाली या नरक निवारण चतुर्दशी के रूप में भी मनाया जाता है। हिन्दू साहित्य के अनुसार असुर (राक्...

जानिए क्यों मनाई जाती है देव दिवाली | देव दिव...

देव दिवाली का त्योहार कार्तिक पूर्णिमा पर भारत वर्ष में उत्तर प्रदेश के वाराणसी (काशी और बनारस पुराने नाम) मे बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। यह विश्व के सबसे प्राचीन शहर काशी की संस्कृति एवं परम्परा की अनूठी मिसाल है। यह त्योहार दीपावली के पंद्रह दिन बाद आता है। माना ज...

लाभ पंचमी का महत्व, व्यापारियों के लिए खास है...

कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को लाभ पंचमी का त्योहार मनाया जाता है जिसे "सौभाग्य पंचमी", "लखेनी पंचमी" और "ज्ञान पंचमी" के नाम से भी जाता है। यह शुभ तिथि दिवाली पर्व का ही एक हिस्सा है कुछ स्थानों पर दीपावली के दिन से नववर्ष की शुरुआत के साथ ही सौभाग्य पंचम...

जानें क्यों मनाया जाता है छठ पूजा का त्योहार,...

छठ पूजा सूर्य, उषा, प्रकृति, जल, वायु और उनकी बहन छठी म‌इया को समर्पित है ताकि उन्हें पृथ्वी पर जीवन देने के लिए धन्यवाद और शुभकामनाएं देने का अनुरोध किया जाए। छठ पूजा चार दिनों तक चलने वाला लोक पर्व है, जिसकी शुरुआत कार्तिक शुक्ल चतुर्थी से होती है और समापन कार्...

दिवाली - रामा सामा

'दीपावली' उत्साह और ऊर्जा से भरा, असंख्य दियो का खुशियों भरा त्योहार है। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की अमावस्या को आने वाला यह त्योहार भारत में बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है। धनतेरस, रूप चौदस, दिवाली, गोवर्धन पूजा और भाई दूज ऐसे पांच दिनों तक चलने वाले इस त्योहार की...

गोवर्धन पूजा क्यो करते हैं ? | अन्नकूट का त्य...

अन्नकूट या गोवर्धन पूजा दिवाली के पांच दिनों तक मनाए जाने वाले त्योहारों का ही एक हिस्सा है। दीपावली के अगले दिन कार्तिक शुक्ल पक्ष की प्रथम तिथि को अन्नकूट (Annakoot or Annakut) और गोवर्धन पूजा (Govardhan Puja 2018) का त्योहार मनाया जाता है। पौराणिक कथानुसार यह पर्व...

भाई दूज | जानें, कैसे शुरू हुई भाई दूज मनाने...

दीपावली के बाद गोवर्धन पूजन और उसके बाद भाई दूज का त्योहार मनाया जाता है। इसी दिन से दीपावली के 5 दिनों तक चलने वाले त्योहार का समापन होता है। भाई दूज का त्योहार भाई और बहन के प्यार और स्नेह को दर्शाता और व दोनों का रिश्ता सुदृढ़ करता है। हिन्दू धर्म में भाई-बहन के स्...

दीपावली पर किये जाने वाले उपाय | दीवाली पूजा...

दीपावली एवं धनतेरस को धन की देवी माँ लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करते हैं जिससे माँ लक्ष्मी धन में वृद्धि का आशीर्वाद देती है। शास्त्रों में बताए उपायों की अपनाकर माँ का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते है।  

❀ दीपावली के दिन आप एक नई झाडू...

दीपावली क्यों मनाते हैं? - जानें इसका महत्व औ...

रोशनी का यह त्योहार दीपावली भारत के सबसे बड़े त्योहारों में से एक है जो अंधकार पर प्रकाश की विजय और समाज में उल्लास, भाई-चारे व प्रेम का संदेश फैलाता है। दीपावली (दीप + आवली) शब्द की उत्पत्ति संस्कृत के दो शब्दों 'दीप' अर्थात 'दिया' व 'आवली' अर्थात 'रेखा' या 'श्रृंखला...

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