Bhartiya Parmapara
भगवान श्रीराम के उच्चतम आदर्श

भगवान श्रीराम के उच्चतम आदर्श

युगधर्म के अनुसार त्रेतायुग में श्रीराम का एक अलौकिक अवतार हुआ, जिनके उच्चतम आदर्श और मर्यादित आचरण के कारण उन्हें मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान के रूप में मान्यता मिली। हजा...

दीपावली पर बच्चों को देश की संस्कृति एवं परंपरा से जोड़ें

दीपावली पर बच्चों को देश की संस्कृति एवं परंपरा से जोड़ें

दीपावली भारत का सबसे बड़ा त्यौहार है। यह हमारी अनूठी संस्कृति का एक महत्वपूर्ण भाग है। यह त्यौहार है - अंधकार पर प्रकाश की विजय, अज्ञान पर ज्ञान की विजय और बुराई पर अच्...

शाकाहार: सर्वोत्तम आहार, क्यों त्याज्य है मांसाहार

शाकाहार: सर्वोत्तम आहार, क्यों त्याज्य है मांसाहार

शाकाहार एक जीवन - प्रणाली है, जिसका भारतीय संस्कृति और विज्ञान से गहरा संबंध है। यह निर्विवाद है कि आध्यात्मिक, नैतिक, आर्थिक, अहिंसा, प्रकृति, योग, पाचन-क्रिया एवं पर्...

घर की लक्ष्मी हैं गृहणियाँ

घर की लक्ष्मी हैं गृहणियाँ

नारी को सम्मान, सृजन और शक्ति का प्रतीक माना गया है। हमारे धर्मग्रंथों में नारी शक्ति की महिमा गाई गई है। महिला शब्द में ही ममता, मृदुलता, मानवता और मातृत्व का समावेश ह...

आत्मकथा वसंत की | वसंत ऋतु

आत्मकथा वसंत की | वसंत ऋतु

भारत में वर्षभर में छह ऋतुएँ होती हैं। आपको नाम नहीं मालूम, चलो बता देता हूँ- ग्रीष्म, वर्षा, शरद, शिशिर, हेमंत और वसंत। इस क्रम में मैं भले ही अंत में आता हूँ किंतु हम...

परीक्षा से डर कैसा

परीक्षा से डर कैसा

परीक्षा निकट आते ही बच्चों के मन में तनाव छा जाता है। फिर परीक्षा चाहे मासिक टेस्ट हो, तिमाही हो या छमाही हो। वार्षिक परीक्षा तो वर्षभर की पढ़ाई का मूल्यांकन समझा जाता...

गाय और इस्लाम: विश्वास, नियम और सम्मान

गाय और इस्लाम: विश्वास, नियम और सम्मान

इस्लाम एक इब्राहीमी पंथ है जो एकेश्वरवादी है। इसका प्रादुर्भाव 7 वीं शताब्दी में अरबी प्रायद्वीप में हुआ। इस्लामी परंपरा के अनुसार इस संप्रदाय का सबसे प्राचीन और पवित्र...

हिमाचल की बहुभाषी संस्कृति | हिमाचल प्रदेश

हिमाचल की बहुभाषी संस्कृति | हिमाचल प्रदेश

हिमाचल शब्द दो शब्दों - हिम और अचल से मिलकर बना है, हिम का अर्थ बर्फ और अचल का अर्थ है पर्वत। अतः बर्फ के पर्वत को हिमाचल कहा जाता है। हिमाचल संज्ञा सार्थक भी है क्योंक...

भारतीय नववर्ष बनाम अंग्रेजी नववर्ष

भारतीय नववर्ष बनाम अंग्रेजी नववर्ष

1 जनवरी से प्रतिवर्ष अँग्रेजी नववर्ष  प्रारंभ हो जाता है। यह अंग्रेजों के द्वारा हमें दी गयी एक कुप्रथा है, जो हमारी मानसिक दासता का प्रतीक है। यह सत्य है कि विश्व...

श्रीराम - धर्म के मूर्तिमान स्वरूप

श्रीराम - धर्म के मूर्तिमान स्वरूप

धर्म' भारतीय संस्कृति का एक संकेत - शब्द है। धर्म मनुष्य को पूर्ण बनाता है, व्यक्ति को उन्नत बनाता है, जीवन के समस्त अंगों का समन्वय करना सिखाता है और सभी के...

नदियों को बचाएं – जीवन और संस्कृति की रक्षा करें

नदियों को बचाएं – जीवन और संस्कृति की रक्षा करें

मानव सभ्यता का विकास नदियों के तट पर हुआ। नदियों को मानव ने जल स्रोत और जीवनोपयोगी साधन जुटाने का माध्यम बनाया। सिंधु घाटी की सभ्यता, नील नदी घाटी सभ्यता से लेकर अद्यतन...

उत्सव नीरस जीवन में भरते है रंग | जीवन में उत्सवों का महत्व

उत्सव नीरस जीवन में भरते है रंग | जीवन में उत्सवों का महत्व

उत्सव का अर्थ है - मंगल कार्य, धूमधाम, त्यौहार, आनंद विहार। व्यक्ति और परिवार के बाद तीसरी प्रमुख इकाई है, समाज। इन तीनों घटकों को समुन्नति और सुविकसित बनाने के लिए, पर...

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