हमें अपनी दिनचर्या में से कुछ समय सत्संग के लिये निकालना ही चाहिए यानि हमें नियमित रूप से सत्संग में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करनी ही है। कभी भी या जब भी, आस-पास कहीं सत...

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