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अक्षय तृतीया: महत्व, पूजा विधि, कथा और शुभ संयोग | Akshaya Tritiya

अक्षय तृतीया: महत्व, पूजा विधि, कथा और शुभ संयोग | Akshaya Tritiya

अक्षय तृतीया या अखा तीज वैशाख शुक्ल तीज को कहते हैं। हिंदू धर्म की पौराणिक कथाओं के अनुसार इस दिन जो भी शुभ कार्य किया जाता है उसका अच्छा फल या परिणाम होता है इसी कारण...

वैदिक काल की विदुषी : गार्गी और मैत्रेयी

वैदिक काल की विदुषी : गार्गी और मैत्रेयी

विदुषी गार्गी एवं विदुषी मैत्रेयी के ऊपर चर्चा करने से पहले मैं बताना चाहती हूँ विदुषी शब्द का अर्थ क्या होता है, विदुषी का अर्थ एक ऐसी स्त्री जो बहुत विद्वान हो ऋग्वेद में विदुषी स्त्री को ऋषि कहत...

रंगारंग होली के गीत – रसिया और परंपरागत धुनों का उत्सव

रंगारंग होली के गीत – रसिया और परंपरागत धुनों का उत्सव

आ गया फागुन मास ढोलक की थाप मंजीरे और झांझ की मधुर ध्वनि के साथ होली गायन का मौसम। होली राग रंग का लोकप्रिय पर्व वसंत का संदेशवाहक भी है संगीत और रंग इसके प्रमुख अंग है...

संकट चौथ व्रत – महत्व, कथा और पूजन विधि

संकट चौथ व्रत – महत्व, कथा और पूजन विधि

भारतीय संस्कृति जो कि धर्म पर आधारित है इसलिए धार्मिक दृष्टि से व्रत का विधान भी है। प्राय: हर मास कोई ना कोई व्रत अवश्य पड़ता है।
चौथ का व्रत वैसे तो हर मास ही आता...

सफला एकादशी व्रत: शुभता और सिद्धि का पर्व | Saphala Ekadashi

सफला एकादशी व्रत: शुभता और सिद्धि का पर्व | Saphala Ekadashi

हिंदू धर्म में व्रत-उपवास की परंपरा अत्यंत प्राचीन और महत्त्वपूर्ण रही है। इन्हीं व्रतों में एक विशेष स्थान है एकादशी व्रत का। हर माह की दोनों पक्षों (शुक्ल और कृष्ण) म...

देवोत्थान एकादशी – एक शुभ आरंभ का दिन

देवोत्थान एकादशी – एक शुभ आरंभ का दिन

देवोत्थान एकादशी के महत्व को समझने से पहले यह जानना ज़रूरी है कि एकादशी व्रत क्या है और इसका हमारे जीवन में क्या स्थान है। भारतीय संस्कृति में एकादशी, जिसे ग्यारस भी कह...

कजली तीज

कजली तीज

कजली तीज हमारी भारतीय संस्कृति का एक परंपरागत लोक पर्व है। कजली तीज को बड़ी तीज, बूढ़ी तीज, तथा सातुड़ी तीज के नाम से जाना जाता है।

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