अन्नकूट या गोवर्धन पूजा दिवाली के पांच दिनों तक मनाए जाने वाले त्योहारों का ही एक हिस्सा है। दीपावली के अगले दिन कार्तिक शुक्ल पक्ष की प्रथम तिथि को अन्नकूट (Annakoot o...
दीपावली के बाद गोवर्धन पूजन और उसके बाद भाई दूज का त्योहार मनाया जाता है। इसी दिन से दीपावली के 5 दिनों तक चलने वाले त्योहार का समापन होता है। भाई दूज का त्योहार भाई और...
दीपावली एवं धनतेरस को धन की देवी माँ लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करते हैं जिससे माँ लक्ष्मी धन में वृद्धि का आशीर्वाद देती है। शास्त्रों में बताए उपायों की अपनाकर माँ का आशी...
रोशनी का यह त्योहार दीपावली भारत के सबसे बड़े त्योहारों में से एक है जो अंधकार पर प्रकाश की विजय और समाज में उल्लास, भाई-चारे व प्रेम का संदेश फैलाता है। दीपावली (दीप +...
भारत में दीपावली का त्योहार बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। दीपावली के दिन विधि पूर्वक धन की देवी माँ लक्ष्मी की पूजा होती है। इसके साथ ही इस दिन भगवान विष्णु, गणेश जी, यमर...
कौन है धनतेरस के देवता भगवान धन्वंतरि? दिवाली से दो दिन पहले धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है, आइए जानें इसके पीछे की कथा.. कार्तिक माह (पूर्णिमान्त) के कृष्ण पक्ष की त्...
कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को अहोई अष्टमी का व्रत रखा जाता है इसलिए इसे अहोई अष्टमी के नाम से जाना जाता है। अहोई अष्टमी के दिन अहोई माता की पूजा की...
आखिर क्यों मनाया जाता है करवा चौथ का त्योहार, जानिए छलनी में क्यों देखा जाता है चाँद और पति का चेहरा? सरगी क्यों और कब खायी जाती है ? सावित्री के त्याग और फल से ही शुरू...
हमारे सनातन धर्म और ज्योतिष शास्त्र में तिथियों का विशेष स्थान होता है। हिंदू पंचांग के अनुसार पूर्णिमा और अमावस्या की तिथि से माह पूरा होता है। पंचांग के अनुसार साल मे...
कार्तिक माह को काती भी कहते है, इसमें कृतिका नक्षत्र होने के कारण इस माह का नाम कार्तिक माह पड़ा। शरद पूर्णिमा से कार्तिक माह व्रत शुरू होता है जो कार्तिक पूर्णिमा पर स...
आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा कहा जाता है। पुराणों के अनुसार देवी लक्ष्मी इसी पूर्णिमा तिथि को समुद्र मंथन से उपन्न हुई थीं। इसीलिए शरद पूर्णिमा...
हिंदू धर्म में शरद पूर्णिमा का विशेष महत्व है। इस दिन चंद्रमा की किरणों से अमृत बरसता है, जिससे स्वास्थ्य और समृद्धि में वृद्धि होती है। इस पर्व को कोजागरी पूर्णि...
