भारतीय परम्परा

हिंदी दिवस

Hindi Day Poem

आज है हिंदी भाषा दिवस, हिंदी भाषा - राष्ट्र भाषा
नाज़ है हमें अपनी भाषा, अपनी संस्कृति और राष्ट्र पे ।

क्या सच में नाज़ है? गर होता ऐसा,
ना उड़ाते हम मज़ाक़, ना खिल्ली उड़ाते
भाषा, भगवान या संस्कृति की ।

कहलाने को माडर्न, हम लट्टू हो गए, अंग्रेज़ी के तो हम पिट्टू हो गए,
चलते-फिरते हम अंग्रेज़ हो गए, अंग्रेज़ी के बिना जैसे गूँगे हो गए ।

राष्ट्र भाषा का एक संदेश, सम्मान में डालते हम
और साथमें चार ऐसे, जिनको पढ़ने में आए शरम।

हिंदी हैं हमारी शान, हिंदी से हैं हिंदुस्तान,
हिंदी से ही तो हैं, हमारी भावनाओं में जान।

आओ फिर लौट चले दो क़दम संस्कृति की ओर
दिखादे आइना उनको जिनमे है मज़ाक़ उड़ाने की होड़ ।

आज है हिंदी भाषा दिवस,
🙏🏻हिंदी भाषा - राष्ट्र भाषा 🙏🏻

@योगिता सदाणी
धन्यवाद !





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