मारबत याने बहोत बड़ा देविका रूप। यह त्योहार बुरी ताकतों और बीमारियों को दूर रखने के लिए स्थानीय लोगों द्वारा मनाया जाता है। ऐसी मान्यता है कि शहर पर आनेवाला संकट, बीमारियाँ, बुरी ताकदो, शत्रुता सब को मारबत अपने साथ ले जाती है और शहर को सुख-समृद्धि देकर विसर्जित होती है।
भारत जैसे कृषिप्रधान देश में बैलो को देवता समान माना गया है। इसलिए बैलो का सम्मान करने के लिए पोला यह त्योहार मनाया जाता है। जो हमारी मदत करते है उनके प्रति आभार प्रकट करना हमारी संस्कृति सिखाती है। महाराष्ट्रमे पोला या बैलपोला श्रावण अमावस्या को मनाया जाने वाला बैलो का त्योहार है।कई जगह पर यह त्योहार दो दिन मनाते है। पहले दिन को 'बड़ा पोला' और दूसरे दिन को 'तान्हा पोला' याने बच्चोका पोला कहते है।

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