भारतीय परम्परा

शादी के लिए गुण मिलान

शादी के लिए गुण मिलान

गुण मिलान का शाब्दिक अर्थ है दो लोगों के स्वभाव और स्वभाव का मेल। यह विधि मैच मेकिंग तक सीमित नहीं है। व्यापार सहयोगियों, परिवार के सदस्यों या अपने दोस्तों की अनुकूलता की जांच करने के लिए गन मिलन भी किया जा सकता है। एक आम आदमी की भाषा में यह एक अनुकूलता परीक्षा है जिसे किसी को भी ध्यान में रखकर किया जा सकता है। गन मिलन असाधारण रूप से उपयोगी है अगर एक शिक्षित ज्योतिषी द्वारा किया जाता है।

Jyotish Shastra

ज्योतिष की विभिन्न विधाये और राजा सवाई जयसिंह (जयपुर) का योगदान

जयपुर शहर के संस्थापक महाराजा सवाई जयसिंह जी ज्योतिष, खगोल शास्त्र, अंतरिक्ष विज्ञान एवं वास्तुशास्त्र के विशेषज्ञ थे | उनके शासन काल में इन विषयो पर अनेको ग्रंथो की रचना की गयी | उनके द्वारा ग्रहों, नक्षत्रों एवं अन्य आकाशीय पिण्डों के अध्य्यन हेतु दिल्ली, जयपुर, उज्जैन, बनारस एवं मथुरा में वेधशालाओं का निर्माण करवाया गया |





Houses in Chart Kundli

जन्म कुंडली के एक चार्ट में घरों की बुनियादी समझ

ज्योतिष को ठीक से समझने के लिए जन्म कुंडली के घरों की बुनियादी समझ होनी चाहिए। कुछ बुनियादी नियम हैं जिन्हें सभी ज्योतिषीय चार्टों का पालन करने की आवश्यकता है

Kundli Milan

मैच मेकिंग की मूल बातें (विवाह और ज्योतिष)

ज्योतिष विज्ञान एक विज्ञान है जो हमें किसी व्यक्ति के चरित्र चित्रण को आकर्षित करने में मदद करता है, भविष्य की भविष्यवाणी करता है और एक एनआईटी चार्ट की मदद से संगतता की जांच करता है। ज्योतिष विज्ञान और अंतर्ज्ञान का एक नाजुक संतुलन है।





Vedic Jyotish

💠भारतीय वैदिक ज्योतिष का प्रचलन💠

भारतीय वैदिक ज्योतिष में वैदिक ज्योतिष का प्रचलन बराहमिहिर के समय में ही हो चुका था। जिसमे ज्योतिष के विभिन्न पहलुओं का विस्तार हुआ है। जिसके द्वारा राशि ग्रह नक्षत्रों के फल कथनों का वर्णन भी मिलता है। भारतीय ज्योतिष को दूसरे शब्दों मे हिन्दू ज्योतिष या वैदिक ज्योतिष भी कहा जाता है।

Shani Dev in Jyotish Shastra

ज्योतिष शास्त्र | शनि न्याय प्रिय ग्रह क्यों है ?

सूर्य देव की 9 संतानों में से शनिदेव एक है इनका जन्म सूर्य की द्वितीय पत्नी छाया से हुआ था।शिव की आज्ञानुसार शनि आज भी जहां धार्मिक प्रवृत्ति के लोगों के लिए रक्षक हैं वहीं अधार्मिक प्रवृत्ति के लोगों को कठोर दंड देते हैं ज्योतिषशास्त्र में गुरु को ज्ञान अध्यात्म, भक्ति का मुख्य कारक,केतु को मोक्ष का कारक,सूर्य को आत्मा का कारक माना गया है किंतु ईश्वर की ओर से प्रेरित करने में शनि की महत्वपूर्ण भूमिका है ।





Vedic Jyotish

💠भारतीय वैदिक ज्योतिष का संक्षिप्त परिचय💠

भारत में वैदिक काल से ही ज्योतिषीय गणनाओं का प्रयोग होता रहा है। वैदिक ऋषियों ने यद्यपि इसे अधिक उपयोगी व सारगर्भित बनाते हुए काल गणना के क्रम का निरधारण सूर्य व चंद्रमा की गतियों के द्वारा किया। वैदिक यज्ञों की सम्पन्नता हेतु शुभ समय का निर्धारण व समाजिक जीवन के तिथि पर्व ...





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